LYRICS SHIV CHALISA SECRETS

lyrics shiv chalisa Secrets

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श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

From Sati arrived using the ritual “suicide” of widows who were immolated by their spouse’s family around the funeral pyre in their husband or wife, normally as the spouse could divert Portion of the household fortune by marrying A different gentleman, or by returning to her family members and getting the first dowry with her.

नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।।

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अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का check here संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

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